1. "आँख" शब्द के प्रयोग से बने मुहावरे
    1. आँखें फेर लेना (बदल जाना)
    2. आँखों से ओझल होना ( दूर जाना )
    3. आँखें दिखाना (डराना)।
    4. सिर आँखों पर रखना (आदर सहित आज्ञा मानना)।
    5. आँखे चुराना (मिलने से बचते फिरना )।
    6. आँखों में खटकना ( बुरा लगना )।
    7. आँखे पथरा जाना ( इन्तजार करते करते थक जाना )।
    8. आँख का तारा ( बहुत प्यारा )।
  2. "मुँह" शब्द के प्रयोग से बने मुहावरे
    1. मुहँ की खाना ( हार जाना )
    2. मुहँ फुलाना ( नाराज होना )
    3. ऊँट के मुहँ में जीरा ( बहुत खाने वाले को कम भोजन )
    4. मुँह खोलना ( माँग करना)
    5. मुँह छिपाना (लज्जित होना)
    6. मुँह उतरना (उदास होना)
    7. मुँह पकड़ना (बोलने से रोकना)
    8. मुँह पर कालिख लगना (कलंकित होना)
  3. "कान" शब्द के प्रयोग से बने मुहावरे
    1. कान भरना (चुगली करना)
    2. कान पर जूं न रेंगना ( तनिक भी असर न होना )
    3. कान पकड़ना ( माफी मांगना )
    4. कानों-कान ख़बर न होना ( किसी को पता न चलना)
    5. कान का कच्चा ( शक्की स्वभाव का होना )
    6. कान में रस घोलना ( मधुर गीत-संगीत सुनकर दिन खुश हो जाना )
    7. कान में तेल डालना ( किसी बात को अनसुनी कर देना)
    8. कान खड़े होना ( सावधान/चौकन्न हो जाना )
  4. साधारण बोलचाल में प्रयुक्त होने वाले मुहावरे
    1. काला अक्षर भैंस बराबर ( बिलकुल अनपढ़ )
    2. खोदा पहाड़ निकली चुहिया ( बहुत प्रयत्न के बाद कम लाभ होना )
    3. आँखों में धूल झोंकना (धोखा देना)
    4. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना (अपनी प्रशंसा स्वयं करना)
    5. कोल्हू का बैल (लगातार काम करना)
    6. अक्ल का दुश्मन ( मूर्ख )
    7. खून पसीना एक करना (कड़ी मेहनत करना )
    8. खाक छानना ( भटकना )